शिक्षकों ने सजाई शर शैय्या, भीष्म की तरह लेटे पारस राम कपाड़िया

उज्जैन। (नम्रता जायसवाल) शिक्षक वरिष्ठता में समानता के अधिकार को लेकर 18 दिवसीय पदयात्रा उज्जैन में संपन्न हुई। यह पदयात्रा अंबेडकर जयंती 14 अप्रैल को महू से शुरू हुई और 2 मई को उज्जैन में बाबा महाकाल को सात नदियों का जल अर्पित कर संपन्न हुई। उसके पश्चात मुख्यमंत्री कार्यालय उज्जैन में श्री मुकेश जी जैन से प्रतिनिधिमंडल ने भेंट कर ज्ञापन दिया। वरिष्ठता को प्रदर्शित करने और अपनी समस्याओं को बताने के लिए शिक्षकों की ओर से पारस राम कपाड़िया ने सांकेतिक रूप से भीष्म पितामह की शर शैय्या पर लेटे । यह शर शैय्या ठेलागाड़ी पर कलेक्टर कार्यालय पहुंची। धरना प्रदर्शन में रतलाम जिले के शिक्षक बालकृष्ण शुक्ला, मुकेश परमार,सुधा शर्मा, दिलीप पांडे, बाबुलाल छाबड़ा संजय द्विवेदी, दिनेश जायसवाल,रंजीत परमार, शांतिलाल झाला, राजेन्द्र सोनी, विष्णु हरगौड़, रमेशचन्द्र रायकवार, रामनिवास कारपेंटर, चैनी राम राठौर रामकुमार शर्मा शंकर लाल सोलंकी,प्यार सिंह पवार, लक्ष्मीनारायण मेहता, घनश्याम चौहान, मोहनसिंह सोलंकी, कैलाश चंद्र परिहार,देवीसिंह राठौड़, कालूराम पाटीदार, ,अमरुलाल बोस, सईद मंसुरी, सुनील पाठक, कैलाश धाकड़, गजराज सिंह सिसोदिया सुभाष शर्मा, राजेंद्र सोनी श्रीमती विमला सेनी श्रीमती सुनिता सराह श्रीमती लक्ष्मी जैन, गायत्री मकवाना सहित विभिन्न जिलों से आए सैंकड़ों शिक्षक उपस्थित रहे।