करंट अफेयर्स – 06 दिसम्बर 2024
1. हाल ही में चर्चा में रहा सोनई-रूपई वन्यजीव अभयारण्य किस राज्य में स्थित है?
(a) असम
(b) मेघालय
(c) त्रिपुरा
(d) केरल
2. भारत को एशिया-प्रशांत 2024 के लिए ISSA गुड प्रैक्टिस अवार्ड किस कारण से दिया गया?
(a) पर्यावरण संरक्षण
(b) श्रमिकों के हितों के लिए उत्कृष्ट प्रथाएं
(c) कृषि विकास
(d) विज्ञान और प्रौद्योगिकी
3. उत्तराखंड में पीएम आवास योजना के तहत कितने किफायती घर बनाए जाएंगे?
(a) 10,000
(b) 12,000
(c) 16,000
(d) 20,000
4. हाल ही में अन्ना चक्र और स्कैन पोर्टल का अनावरण किसने किया?
(a) अमित शाह
(b) पीयूष गोयल
(c) प्रल्हाद जोशी
(d) चिराग पासवान
5. हाल ही में अष्टलक्ष्मी महोत्सव का उद्घाटन किसने किया?
(a) नरेंद्र मोदी
(b) अमित शाह
(c) एस जयशंकर
(d) चिराग पासवान
उत्तर:-
1. (a) असम
असम वन विभाग को सोनई-रूपई वन्यजीव अभयारण्य में रॉयल बंगाल टाइगर की मौजूदगी का पहला फोटोग्राफिक साक्ष्य मिला है. यह भारत में असम में स्थित एक संरक्षित क्षेत्र है. इसका क्षेत्रफल 175 वर्ग किमी है. इस क्षेत्र को 1998 में अभयारण्य घोषित किया गया था.
2. (b) श्रमिकों के हितों के लिए उत्कृष्ट प्रथाएं
हाल ही में भारत को एशिया-प्रशांत 2024 के लिए ISSA गुड प्रैक्टिस अवार्ड से सम्मानित किया गया है. भारत को यह अवार्ड ईपीएफओ की नवाचारी गतिविधियों के लिए दिया गया. इनमें बहुभाषी कॉल सेंटर, “निधि आपके निकट” आउटरीच, ई-कार्यवाही के माध्यम से न्याय वितरण, और डिजिटल व गैर-डिजिटल माध्यमों से प्रभावी हितधारक संचार शामिल हैं.
3. (c) 16,000
उत्तराखंड आवास विकास परिषद (यूएचडीसी) और एमडीडीए पीएमएवाई के तहत कम आय वाले परिवारों के लिए 16,000 किफायती घरों का निर्माण कर रहे हैं. यह पहल पीएम मोदी के ‘अंत्योदय’ के दृष्टिकोण के अनुरूप है. यह परियोजना किफायती आवास और शहरी विकास पर जोर देती है.
4. (c) प्रल्हाद जोशी
हाल ही में किन्द्रिय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली की आपूर्ति श्रृंखला के अनुकूलन उपकरण ‘अन्न चक्र’ और स्कैन (एनएफएसए के लिए सब्सिडी दावा आवेदन) पोर्टल का शुभारंभ किया. स्कैन पोर्टल सब्सिडी दावों को सिंगल विंडो में प्रस्तुत करने की अनुमति देता है और त्वरित समाधान की सुविधा प्रदान करता है.
5. (a) नरेंद्र मोदी
पीएम मोदी ने 6 से 8 दिसंबर तक चलने वाले तीन दिवसीय अष्टलक्ष्मी महोत्सव का भारत मंडपम में उद्घाटन किया, जो पूर्वोत्तर भारत की कला, शिल्प और परंपराओं को उजागर करता है. नए आयोजनों में हथकरघा, हस्तशिल्प, कृषि और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रदर्शनियों का आयोजन किया जा रहा है.