नवरात्री मेले में राजस्थानी लोक गीत व नृत्यों को नागरिकों ने सराहा
रतलाम। नगर निगम द्वारा 15 से 24 अक्टूबर तक आयोजित दस दिवसीय श्री कालिका माता नवरात्री मेले के पांचवे दिन निगम के सांस्कृतिक मंच पर आयोजित राजस्थानी लोक गीत, नृत्य एवं भवाई नृत्य को नागरिकों ने खुब सराहा।


कार्यक्रम की शुरूआत भजन गायकों ने गणेश वंदना से की इसके बाद अंकिता एण्ड ग्रुप के कलाकारों ने राजस्थानी लोक गीतो की कई प्रस्तुति देकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया वहीं नृत्यांगनाओं तथा नृतकों ने भवाई , मोर, कालबेलिया आदि नृत्यों की प्रस्तुति देकर बड़ी संख्या में उपस्थित नागरिकों को आश्चर्यचकित कर दिया।



मेले प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में 21 अक्टूबर शनिवार को हिमांशु बवंडर का लाफ्टर शो$आर्केस्ट्रा, 22 अक्टूबर रविवार को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन आमंत्रित कवि हैं सर्वश्री जाॅनी बैरागी-धार, दीपक पारिक-भीलवाड़ा, सुमीत ओरछा-ओरछा छत्तीसगढ़, प्रिया खुशबु-कन्नौद, अपूर्वा चतुर्वेदी-सतना, गोपाल धुरंधर-निम्बाहेड़ा, आजात शत्रु-उदयपुर, 23 अक्टूबर सोमवार को आशा वैष्णव की भजन संध्या, 24 अक्टूबर मंगवार को दशहरे पर नेहरू स्टेडियम व बरबड़ हनुमान मेला परिसर में आकर्षक आतिशबाजी व रावण के पुतले का दहन किया जायेगा। उक्त सांस्कृतिक कार्यक्रम अनुविभागीय अधिकारी रतलाम शहर से प्राप्त अनुमति अनुसार आदर्श आचारण संहिता के निर्देशों की पालना के तहत आयोजित किये जायेंगे।