गीता मंदिर पर धूमधाम से मनाया गीता जयंती उत्सव
रतलाम। बुधवार दिनांक 11 दिसंबर 2024 बुधवार को सायं 3:00 से 6:00 तक गीता मंदिर ट्रस्ट द्वारा गीता मंदिर पर गीता जयंती उत्सव धूमधाम से मनाया गया। इसमें पंडित श्री योगेश्वर शास्त्री द्वारा गीता रहस्य पर चर्चा के लिए विशेष उपस्थित हुए। पंडित योगेश्वर शास्त्री अपने उद्बोधन में कहा कि गीता रहस्य की विशेषताएँ
1 कर्मयोग का संदेश:
तिलक ने गीता को केवल धार्मिक पुस्तक न मानते हुए इसे जीवन का व्यावहारिक मार्गदर्शन देने वाला ग्रंथ बताया। उन्होंने गीता में वर्णित कर्मयोग को मानव जीवन का सर्वोच्च सिद्धांत बताया, जिसमें मनुष्य अपने कर्तव्यों का पालन निष्काम भाव से करता है।
2 गीता का वैज्ञानिक दृष्टिकोण:
तिलक ने गीता का अध्ययन तात्त्विक और तर्कसंगत दृष्टिकोण से किया। उन्होंने यह समझाया कि गीता का संदेश न तो केवल त्याग है और न ही केवल साधना, बल्कि यह सक्रिय जीवन और कर्म के माध्यम से आध्यात्मिकता को प्राप्त करने की राह दिखाती है।
3 कर्म और धर्म का सामंजस्य:
गीता के माध्यम से यह सिद्ध करने की कोशिश की कि जीवन में धर्म का पालन करते हुए कर्म करना ही सच्चा आध्यात्मिक जीवन है।
4 गीता रहस्य की संरचना:
यह ग्रंथ दो भागों में विभाजित है:
पहला भाग गीता के श्लोकों की व्याख्या करता है।
दूसरा भाग “कर्मयोग शास्त्र” पर आधारित है, जिसमें व्यावहारिक जीवन के लिए गीता के उपदेशों का उपयोग समझाया गया है।
5 देशभक्ति और कर्मयोग का मेल: सभी को अपने-अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।
महत्व
गीता रहस्य ने केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से भी गीता के महत्व को स्थापित किया।
गीता केवल आत्मा की मुक्ति के लिए नहीं है, बल्कि यह मानव समाज के उत्थान के लिए भी उपयोगी है।
गीता रहस्य धर्मग्रंथ नहीं बल्कि कर्म और ज्ञान का गहन स्रोत है। आज भी प्रेरणादायक है और जीवन को एक नई दिशा देने में सहायक है।
भजन पंडित गोपाल कृष्ण शर्मा ने सुमधुर कंठ से किया श्याम सुंदर मदन मोहन बांसुरी वाले। तूने संभले तो हमें कौन संभाले। मिट्टी की है खाया अब तेरे हवाले। तू न संभले तो…. शरण तेरी आया प्रभु लाज बचा ले। तू न संभले तो…. जैसे भजनों की प्रस्तुति दी गई। इसमें महिलाओं और पुरुषों में भक्ति में नृत्य किया तथा अंत में आरती की गई। इसमें दीपक पुरोहित, संजय व्यास,नवीन व्यास, लोकपाल सिंह राठौर, मधु रतनावत, महेश शर्मा, नवीन व्यास, रमेश मिश्रा, गोपाल जोशी, सुलोचना शर्मा, श्रीकांत पद्याय , प्रदीप शर्मा ,बाबूलाल चौधरी, महेश शर्मा, किरण व्यास, प्रतिभा ठक्कर, नीतू व्यास सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं भक्त गण उपस्थित थे। उक्त जानकारी गीता मंदिर ट्रस्ट द्वारा दी गई।v