पुण्य स्मृति दिवस को” विश्व शांति दिवस” के रूप में मनाया गया
रतलाम। पिता श्री ब्रह्मा बाबा रूहानी जादूगर थे उनके प्यार ने सबको अपना बना लिया और देह त्याग के उपरांत आज तक भी अव्यक्त रूप में हमारी पालना कर रहे हैं उनके वरदानों का हाथ में सदा अपने सिर पर अनुभव करती हूं उक्त उदगार डिप्टी कलेक्टर रतलाम बहन राधा महंत ने 18 जनवरी 2024 गुरुवार को पिताश्री ब्रह्मा बाबा के 55वें पुण्य स्मृति दिवस पर श्रद्धांजलि पुष्पांजलि कार्यक्रम में राजीव गांधी सिविक सेंटर सेवा केंद्र पर मुख्य अतिथि कि आसंदी से व्यक्त किए।
पिता श्री ब्रह्मा बाबा ने दृढ़ता की शक्ति को अपना कर अनेकों को मार्ग दिखाया और उनकी राह को आसान किया उक्त विचार 18 जनवरी 2024 गुरुवार को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के मुख्य संस्थापक पिता श्री ब्रह्मा बाबा (दादा लेखराज) के 55वें पुण्य स्मृति दिवस पर संस्था के गौरव पैलेस कॉलोनी स्थित, भाग्योदय भवन के विशाल सभागार में पिता श्री ब्रह्मा बाबा के स्नेहांजलि पुष्पांजलि कार्यक्रम में नगर निगम रतलाम के एम.आई.सी. सदस्य भ्राता विशाल शर्मा ने मुख्य अतिथि कि आसंदी से व्यक्त किए।
विशेष अतिथि वार्ड पार्षद भ्राता करण कैथवास ने कहा कि पिता श्री ब्रह्मा बाबा का आदर्श व्यक्तित्व हमारे लिए प्रेरणा स्रोत रहेगा।
सेवा केंद्र संचालिका राजयोगिनी मनोरमा दीदी ने कहा कि ब्रह्मा बाबा का व्यक्तित्व अद्वितीय था जो हमें श्रेष्ठ जीवन जीने की प्रेरणा देता था उनके आदर्शों पर हम चलते रहे यही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि एवं पुष्पांजलि होगी।
इस अवसर पर परमपिता परमात्मा शिवबाबा को भोग भी स्वीकार कराया गया। आज प्रातः 9:00 से रात्रि 9:00 तक 12 घंटे का अखंड योग तपस्या कार्यक्रम सेवा केंद्रों पर रखा गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से सह संचालिका ब्रह्माकुमारी पूजा बहन, आरती बहन, सर्वश्री भ्राता श्री निवास मूर्ति जी इफ़का लेबोट्री डी.जी.एम., भारत सिंह चौहान, राजेश मोड़िया, ललित केसवानी, हरीश हीरे, कृष्ण कुमार चौहान, संजय पालीवाल, बगदीराम माली, मनीष साहू, विजय सिंह जी, दुर्गेश जाधव, नैतिक मोड़िया, ऋषि केसवानी, मानसी केसवानी, रितिका केसवानी, धर्मा कोठारी, सोनू मीणा, श्वेता सोनी, साधना चौहान, वैष्णवी चौहान, प्रियंका श्रीवास्तव, राधा राठौर, रत्ना राव, लता पालीवाल, सरोज मोडिया, मधुबाला हीरे, पूनम लिंबोदिया, सोनाली पाल, ने भी ब्रह्मा बाबा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।